डॉ. पूनम कुमारी जी का जन्म 26 जनवरी 1967 ई० को बिहार राज्य के मुंगेर जिला के पोखरामा नामक गाँव में हुआ। माता स्व० किशोरी देवी, पिता श्री उपेंद्र प्रसाद सिंह राँची जिला में सरकारी सेवा में थे। पति प्रो. (डॉ.) गौरी शंकर प्रधान, पूर्व अध्यक्ष स्नात्तकोत्तर वाणिज्य विभाग, पूर्व संकायाध्यक्ष, वाणिज्य। पूर्व निदेशक, प्रबंध विज्ञान, वीर कुँवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा, में अपनी सेवा संपन्न कर चुके हैं। पूनम कुमारी की शिक्षा-दीक्षा भी राँची से हुई। राँची विमेंस कॉलेज, राँची से उन्होंने हिंदी प्रतिष्ठा की डिग्री ली। राँची विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में स्नातकोत्तर की परीक्षा पास की। उन्होंने राँची विश्वविद्यालय से ही 2001 में ‘छोटानागपुर के प्रमुख हिंदी उपन्यासकार’ विषय पर पी.-एच.डी. किया। लेखन की ओर रूझान कॉलेज के दिनों से ही रहा। लेखन मूलत: स्वान्त: सुखाय ही रहा। समाज सेवा में भी इनकी रुचि है। संप्रति एस. बी. कॉलेज, आरा, बिहार में प्राचार्य के रूप में दायित्व का निर्वहन करते हुए लेखन, शोधन, निर्देशन और सहित्यिक एवं शैक्षणिक क्रिया कलापों में संलग्न है। प्रकाशित पुस्तके है छोटानागपुर के प्रमुख हिंदी उपन्यासकार (2016 ), नारी-विमर्श, अवधारणाएँ एवं सहित्यिक विनियोग (2016), लोककथाएँ (2023), भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगनाएँ एवं बिहार की महिलाओं का योगदान (2016), अनेक पत्र – पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित। पुस्तकों का संपादन सहयोग भी।
सम्मान:
- विश्व हिन्दी परिषद द्वारा, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ हिन्दी गौरव सम्मान, 10 जनवरी, 2017 नई दिल्ली
- विश्व हिन्दी परिषद द्वारा राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ हिन्दी रत्न सम्मान, 14 सितंबर, 2017 नई दिल्ली
- बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन शताब्दी सम्मान समारोह 26 मार्च, 2019 को आयोजित भारत के 100 विदुषियो में से साहित्य सम्मेलन शताब्दी- सम्मान से विभूषित विदेशी सम्मान से सम्मानित
- विश्व हिन्दी परिषद द्वारा अंतराष्ट्रीय सम्मेलन, सितंबर 2023 रामधारी सिंह ‘दिनकर’ हिन्दी सेवा सम्मान 21 सितंबर, 2023 नई दिल्ली
- थावे विद्यापीठ द्वारा विद्यासागर की मानद उपाधि 7 अक्टूबर,2023