विश्व हिन्दी परिषद लोक मंगल और सर्वकल्याण की भावना से अनुप्रदित हिन्दी भाषा के साधकों को प्रोत्साहित कर भाषा के उन्नयन और अविरल गति से चलने के प्रयास से जुटी अपने प्रयोजन और उद्देश्य को पूरा कर रही है|
हिन्दी प्रचार-प्रसार की सेवा में तत्पर कश्मीर से कन्याकुमारी तक के साहित्यकारों, हिन्दी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं जनता को एक मंच पर एकत्रित करके एवं उन्हें अनुप्रेरित करते हुए यह संस्था विगत एक दशक से अपनी भूमिका निभा रहे हैं|
इसका उद्देश्य हिन्दी को समाज सापेक्ष, व्यावहारिक, प्रकार्यात्मक, कामचलाऊ और साथ ही जीवंत हिन्दी को सिखाना है, क्योंकि मातृभाषा, अन्य भाषा, राजभाषा, राष्ट्रभाषा, संपर्कभाषा और अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में हिन्दी की विभिन्न भूमिका है| यह सभी हिन्दी प्रेमी, विद्वानों एवं चिंतकों को एकत्र करके समय-समय पर हिन्दी भाषा एवं साहित्य के प्रति उसके कर्तव्य को याद दिलाता है, और उनमें दायित्व को जागृत करता है|
साल में हिन्दी दिवस – 14 सितम्बर एवं विश्व हिन्दी दिवस – 10 जनवरी को मनाया जाता है|
हिन्दी की सेवा में तत्पर हिन्दी प्रेमियों को बढ़ावा देने एवं उनके योगदान को सराहने के लिए हर वर्ष राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है|
नोएडा, 30 मार्च 2025: हिंदी नववर्ष के शुभ अवसर पर विश्व हिंदी परिषद, नोएडा संभाग द्वारा एक भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। “विश्व कल्याण में भारतीय संस्कृति और ...
4 जनवरी 2025, शनिवार को पंजाब राजभवन में महामहिम राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया जी से विश्व हिंदी परिषद का शिष्टमंडल ने एक महत्वपूर्ण मुलाकात की, जिसमें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री ...
भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए स्वर्णिम भारत अभियान में आपका हार्दिक स्वागत है।
यदि आप एक प्रतिनिधि के रूप में अभियान का सहभागी होना चाहते हैं……
विश्व हिंदीं परिषद द्वारा चलाए जा रहे स्वर्णिम भारत अभियान में आप प्रखंड/ जिला /राज्य /राष्ट्रीय स्तर की कार्यकरी समिति में शामिल होने के लिए आमंत्रित है। आपका हार्दिक स्वागत हैI विश्व हिंदी परिषद् का प्रकल्प