इस अवसर पर ग्लोबल ओपन यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति प्रो॰ प्रियरंजन त्रिवेदी, संयुक्त राष्ट्र संघ के वरिष्ठ सलाहकार प्रो॰ मार्कण्डेय राय, जैन आचार्य डॉ लोकेश मुनि और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी भी उपस्थित रहे।
डॉ. विपिन कुमार को यह सम्मान उनके हिंदी भाषा के प्रसार और वैश्विक शांति के क्षेत्र में किए गए उनके योगदान के लिए प्रदान किया गया। सम्मेलन में शांति, शिक्षा, और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण विचार-विमर्श हुआ और डॉ. विपिन कुमार की कार्यशैली और समर्पण को वैश्विक स्तर पर सराहा गया।
यह सम्मेलन एक प्रेरणास्त्रोत बनकर उभरा, जिसमें विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों और विचारकों ने शांति और विकास के मुद्दों पर चर्चा की और इस प्रयास में डॉ. विपिन कुमार के योगदान की महत्ता को महसूस किया गया।