देवी प्रसाद मिश्र सुपुत्र स्वर्गीय श्री राम सूरत मिश्र जिला -सुलतानपुर, उत्तर प्रदेश, भारत के मूल निवासी हैं। इन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से आधुनिक इतिहास में स्नातकोत्तर तथा एल.एल.बी की शिक्षा प्राप्त की है। तत्पश्चात विगत 3२ वर्षों से तक भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागो में संघ की राजभाषा नीति तथा राजभाषा हिंदी की सेवा करते हुए उपनिदेशक (राजभाषा) के पद से अवकाश प्राप्त करने के पश्चात लगभग 2 वर्ष तक उर्वरक विभाग, रसायन उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार में सलाहकार (राजभाषा) के पद पर कार्यरत थे।
वर्तमान में आप
क- सदस्य, हिंदी सलाहकार समिति, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार
ख- राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, विश्व हिंदी परिषद, नई दिल्ली के दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं तथा भारतीय संस्कृति तथा राजभाषा हिंदी सहित भारतीय भाषाओं के संवर्धन और विकास से जुड़ी विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ सक्रियता से जुड़े हुए हैं।
आपको संघ की राजभाषा नीति के कार्यान्वयन तथा राजभाषा हिंदी की प्रचार- प्रसार में उल्लेखनीय योगदान के लिए कई राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा निम्नलिखित पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं-
1-भारतीय भाषा एवं संस्कृति केंद्र, नई दिल्ली द्वारा राजभाषा हिंदी के प्रचार प्रसार में उल्लेखनीय योगदान के लिए “राजभाषा मनीषी पुरस्कार 2022-23”
2 -विश्व हिंदी परिषद, नई दिल्ली द्वारा ” राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर हिंदी रत्न सम्मान-2022″।
3-“राजभाषा भूषण सम्मान’ -2020” अध्ययन एवं अध्यापन पीठ मॉरीशस द्वारा।
4-“राष्ट्रीय गौरव सम्मान – 2019” “आज का प्रहरी” दैनिक समाचार पत्र समूह, नई दिल्ली द्वारा।
5-हिंदी कश्मीरी संगम, श्रीनगर, काश्मीर द्वारा “आचार्य अभिनव गुप्त शारदा सम्मान-2017″।
6-युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच (पंजीकृत न्यास) नई दिल्ली द्वारा “मिर्जा गालिब सम्मान-2017″।
इसके अतिरिक्त आपके द्वारा लिखित “कार्यालयीन हिंदी में कंप्यूटर की उपयोगिता”नामक पुस्तक वर्ष 2023 में प्रकाशित हुई और आपकी बहुत सी कविताएं और आलेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं।