‘हिन्दी के वैश्विक प्रचलन को बढ़ाने में पूर्व प्रधानमंत्री माननीय अटल बिहारी वाजपेयी जी, माननीय नरसिम्हा राव जी, विदेश मंत्री माननीया श्रीमति सुषमा स्वराज जी एवं वर्तमान प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी का अग्रणी स्थान रहा है। श्रीमति लेखी जी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि ‘हिन्दी’ को अपनी माँ के समान समझें। उससे प्रेम करना चाहिए एवं उसकी सेवा करनी चाहिए तभी हम वास्तव में इसे राजभाषा से राष्ट्रभाषा के रूप में सुशोभित कर सकेंगे।