विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री के.एम. सिंह जी ने कहा कि हम हिन्दीभाषी हैं और आज यहाँ उपस्थित सभी दर्शकगण भी हिन्दी प्रेमी हैं। हिन्दी के प्रति आपकी आस्था को करबद्ध प्रणाम करता हूँ साथ ही साथ शुभकामनाएँ भी देता हूँ। भाषाई खाई को पाट कर ‘हिन्दी’ को सर्वोच्च स्थान मिले, ऐसी मेरी आकांक्षा है और इसमें जब भी मेरी जरूरत पड़ेगी, मैं तत्पर रहूँगा।